Tuesday 11 June 2013

Initiation

June 11, 2013

सह नाववतु
सह नौ भुनक्तु
सह वीर्यं करवावहै
तेजस्वि नावधीतमस्तु मा विद्विषावहै
शान्तिः शान्तिः शान्तिः




गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुर्गुरुर्देवो महेश्वरः
गुरुरेव परं ब्रह्म तस्मै श्रीगुरवे नमः ॥१॥
A new journey starts here..................................

Let these moments be blessed by the nature.............

My respects to all,

Anil P